ग्लोबल वार्मिंग धरती के वातावरण के तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी है। अभी के समय में यह दुनिया की सबसे बड़ी समस्या है। ग्लोबल वार्मिंग के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार तो मनुष्य और उसकी गतिविधियां (एक्टिविटीज ) ही हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार अगर इसे ना रोक गया तो 21वीं सदी में पृथ्वी का तापमान 3 से 8 डिग्री तक बढ़ सकता है।
इसका असर तापमान बढ़ने के साथ साथ समुद्र सतह में बढ़ोतरी भी है जिसके फलस्वरूप तटीय किनारे डूब सकते है। मनुष्य और पशु - पक्षीयों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।