क्रिसमस ईसाइयो का सबसे बड़ा त्यौहार है जो प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इसी दिन Jesus Christ (जीसस क्राइस्ट) का जन्म हुआ था। जीसस क्राइस्ट एक महान व्यक्ति थे जिन्होंने समाज को प्रेम और भाईचारे का सन्देश दिया। उन्हें ईश्वर का पुत्र मन जाता है।
क्रिसमस ट्री की इस दिन बहुत महत्व रखता है।
- मार्टिन लूथर ने 16 वीं सदी में पहली बार एक सदाबहार पेड़ पर candles लगाकर इस प्रथा को शुरू किया था। जर्मनी से क्रिसमस ट्री को सजाने की प्रथा शुरू हुई।
- शब्द ' क्रिसमस ट्री' का इस्तेमाल पहली बार 1835 में किया गया था।
- पहली बार 1510 में लातविया, रीगा में क्रिसमस ट्री को सजाया गया था।
- यह एक सदाबहार पेड़ (spruce , fir या pine tree)होता है।
- लोगों का मानना है कि क्रिसमस ट्री (सदाबहार पेड़) चुड़ैलों (witches), भूत (ghosts), बुरी आत्माओं (evil spirits) और बीमारियों दूर रखते है।
- प्राचीन काल में यह जीवन की निरंतरता का प्रतीक माना जाता था।