Crocodile tears - hypocritical grief (मगरमच्छ के आँसू - पाखंडी दु:ख)
यह माना जाता है कि मगरमच्छ संकट के समय एक व्यक्ति की तरह रोता है जिससे लोग उसकी तरफ आकर्षित हो जाते है। लोग मगरमच्छ के इतना पास आ जाते है कि वह आसानी से उसे अपना शिकार बना सकता है और इसके उपरान्त शिकार (लोगों) के भाग्य पर आंसू बहाता है। प्राचीन ग्रीक और लैटिन साहित्य में इस लौकिक धारणा के संदर्भ पाए गए हैं।
शेक्सपियर व कई अंग्रेजी लेखकों के कार्यों में भी इस proverb का प्रयोग हुआ है।
वर्तमान में झूठे और दिखावटी लोगों के आचरण या उनके किसी और के दुःख में दुखी होने के व्यवहार के लिए इस idiom का प्रयोग किया जाता है