An empty vessel sounds much. (थोथा चना बाजे घना / अधजल गगरी छलकत जाय)
जिसको कम ज्ञान होता है वो दिखावा करने के लिए अधिक बोलता है।
बर्तन जो खाली होते हैं, एक दूसरे से टकराने पर बहुत आवाज़ करते हैं। लेकिन भरे बर्तन ज्यादा आवाज़ नहीं करते। यह लोगों के सन्दर्भ में भी सही है। कुछ लोग बहुत अधिक और लगातार बोलते हैं जबकि कुछ लोग गंभीर होते है और कम बात करते हैं। जो लोग बातूनी होते हैं, उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाता क्यूंकि उनकी बातों का कोई sense नहीं होता। वे अधिकतर समय सोच कर नहीं बोलते और अपने बात पर डिगे नहीं रहते। पर इसके विपरीत जो लोग कम बोलते हैं वो कार्य कर के दिखाने में ज्यादा विश्वास रखते हैं। वे अपने हर शब्दों को तोल कर बोलते है और वे उन भरे बर्तनों की तरह होते हैं जिनसे कम आवाज़ आती है।